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शर्म करो

Udai Shankar ka Hindi Sahitya
Udai Shankar ka Hindi Sahitya
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अब तो कुछ शर्म करो ,
वतन वालों की शहादत पे सियासत न करो |
अरे वो फिरकापरस्ती का ज़हर घोलने वालों ,
शहीदेकरगिल के मुक़द्दस रूह की आहों से डरो |
नारेतकबीह व महादेव की हुंकार लगाकर उनने ,
गोलियां सीने पर एक साथ ही झेली होंगी |
खून हर कौम के जांबाज का एक सूं बह कर ,
वतन के ख़ाक पर लाल चादर सी ओढ़ा दी होगी |
वह सभी अपनी माँओं के जियाले थे फक़त ,
कितने किस कौम के थे ऐसी मिसालें न गढ़ो |
जान पर खेल कर ताना था तिरंगा सबने ,
आज नापाक ज़ुबानी से इसे धार्मिक उन्माद न दो |
अरे वो फिरकापरस्ती का ज़हर घोलने वालों ,
अब तो कुछ शर्म करो |
(उदय शंकर श्रीवास्तव)
कटरा बाजार , गोंडा
उ.प्र. २७१५०३
मो:8126832288

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